केदारनाथ बद्रीनाथ दो धाम यात्रा- Know All About Kedar Badri Yatra
जानिए केदारनाथ बद्रीनाथ दो धाम यात्रा के बारे में
केदारनाथ एवं बद्रीनाथ दो धाम की यात्रा चार धामों की यात्रा में बहुत ही प्रसिद्ध यात्रा है। यह धाम उत्तराखंड के दूरस्थ पहाड़ियों पर स्तिथ है तथा यहाँ साल के छह महीने बर्फ से ढके होते हैं ।केदारनाथ एवं बद्रीनाथ के कपाट एक निश्चित अवधी में केदारनाथ – बद्रीनाथ समिति द्वारा तय तारीख पर होती है ।
केदारनाथ के कपाट खुलने की तारीख महाशिवरात्रि तथा बद्रीनाथ की बसंत पंचमी को तय होती है। केदारनाथ हर साल अक्षय तृतीया पर खुलती है तथा भैया दूज पर बंद होती है। इसी प्रकार बद्रीनाथ के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खुलते है तथा विजय दशमी के दिन बंद हो जाते है ।
जैसा की आप सभी जानते है covid -19 के कारण इस बार यात्रा में कुछ बदलाव किये गए है । इस वर्ष केदारनाथ के कपाट पूर्व निर्धारित 29th अप्रैल को खुलेंगे परन्तु बद्रीनाथ को 15th मई को खोला जायेगा ।
सामान्य लोगों के लिए चारधाम यात्रा अभी आरम्भ नहीं किया जायेगा । लेटेस्ट दो धाम यात्रा अपडेट के लिए कृपया हमारे कस्टमर केयर से आप संपर्क कर सकते है।
आप ये यात्रा अपने सुविधा के अनुसार चाहे तो हरिद्वार या नई दिल्ली से शुरू कर सकते है। हरिद्वार से होकर हरिद्वार पर ख़तम होने वाली यात्रा के लिए ५ रात और ६ दिन लगते हैं । नई दिल्ली से यात्रा आरम्भ करने पर दो दिनों का अतिरिक्त समय लगता है ।
केदारनाथ-बद्रीनाथ दो धाम यात्रा के लिए निकटतम अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा नई दिल्ली है और घरेलु हवाई अड्डा देहरादून है। चारधाम यात्रा के लिए कोई भी डायरेक्ट रेल सेवा उपलब्ध नहीं है, और आप चाहे तो हरिद्वार या देहरादून तक रेल यात्रा कर सकते है , इसके बाद का सफर आपको रोडवेज से ही करना होगा ।
वैसे तो उत्तराखंड बस सेवा चारधाम के लिए उपलब्ध है ,परन्तु चारधाम यात्रा बस सेवा से करना थोड़ा कठिन हो सकता है, खास तौर पे अगर ये यात्रा अगर आप अपने परिवार, बूढ़े या बच्चों साथ कर रहें हो तो।
चारधाम यात्रा हमेशा अपने निजी गाड़ी या किसी टैक्सी, जिसमे कोई प्रोफेशनल ड्राइवर हो उसमे करना चाहिए । एक्सपर्ट ट्रेवल गाइड हमेशा चारधाम यात्रा किसी प्रोफेशनल चारधाम या दो धाम यात्रा टूर ऑपरेटर से ही करने की सलाह देते है।
क्यों करते है दो धाम केदार-बद्री यात्रा ?
केदार – बद्री की यात्रा का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। वैसे तो भारत में अलग अलग संप्रदाय तथा धर्मों को मानने वाले लोग रहते है परन्तु इसमें शैव तथा वैष्णव प्रमुख है। इसीलिए इन सम्प्रदायों के लोग केदार – बद्री की यात्रा करते है। कहते है इन धामों की यात्रा करने से मनुष्य मोक्ष को प्राप्त होता है।
केदारनाथ धाम एक जागृत ज्योतिर्लिंग है तथा यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह धाम सभी ज्योतिर्लिंगों में सबसे ऊंचाई पर स्तिथ है। बद्रीनाथ धाम का भी एक पौराणिक महत्व है एक कहावत के अनुसार जो व्यक्ति बद्रीनाथ के दर्शन कर लेता है वह जन्म – मरण के प्रपंचो से दूर हो जाता है। उसे दुबारा जन्म नहीं लेना पड़ता।
क्यों करें बुक दो धाम यात्रा किसी चारधाम ट्रेवल एजेंट से ?
- पहाड़ों पे गाड़ी आप से बेहतर एक एक्सपर्ट ड्राइवर चला सकता है , ध्यान रहे सिटी ड्राइविंग और पहाड़ी रास्ते में ज़मीन आसमान का अंतर होता है ।
- होटल बुकिंग की समस्या से निजात पाने के लिए भी आप टूर ऑपरेटरों की सहायता ले सकते है और आपके पास अपने पसंद के होटल अपने बजट के अनुसार लेने का ऑप्शन होगा ।
- चारधाम यात्रा अपने आप में एक थकाऊ और चलैंगिंग यात्रा है , एक अच्छी पैकेज बुक कर के आप इन सब झंझटो से बेफिक्र अपने यात्रा आनंद ले सकते हैं।
- यात्रा के दौरान आपको इस बात की चिंता नहीं रहेगी की आपको कहाँ रुकना है, आपके पास होगा एक प्री डिसाइडेड होटल अकोमोडेशन होगा।
- अधिकतर सारे दो या चारधाम पैकेज खाना पान के साथ इनक्लूडेड होता है, तो आपको इस बात की भी फ़िक्र नहीं करनी है।
- अमूमन चारधाम सीजन के समय प्रायः होटल्स प्री बूकेड होते है , अगर आपने यात्रा खुद से करने का प्लान किया है तो होटल उपलब्धता एक कठिन कार्य हो सकता है ।
- चारधाम आल वेदर रोड वैसे तो निरंतर हर साल बेहतर होते जा रही है ,फिर भी अगर किसी आकस्मिक घटना के समय आपका ट्रेवल एजेंट एक अच्छा सपोर्ट हो सकता है ।
- यहाँ एक बात ध्यान देने योग्य है की पहाड़ों पर मौसम बहुत ही तेजी से परिवर्तित होते है ऐसे में अगर आप किसी ट्रेवल एजेंट के द्वारा यात्रा करते है तो किसी भी अप्राकृतिक घटना के समय आपको चिंता नहीं करना पड़ेगा। यह सारा भार ट्रेवल एजेंट स्वयं लेता है ।
केदारनाथ बद्रीनाथ दो धाम यात्रा कैसे करें प्लान ?
दिन 01: दिल्ली से हरिद्वार (250 किलोमीटर / 06 घंटे ड्राइव)
दिन 02: हरिद्वार से गुप्तकाशी (203 किलोमीटर / 06 घंटे)
दिन 03: गुप्तकाशी-केदारनाथ (30 किलोमीटर / ड्राइव + 20 किलोमीटर ट्रेक – एक तरफ)
दिन 04: केदारनाथ-गौरीकुंड-गुप्तकाशी / सीतापुर (20 किलोमीटर। ट्रेक – एक तरफ + 30 किलोमीटर)
दिन 05: गुप्तकाशी / सीतापुर -बद्रीनाथ (188 किलोमीटर / 07 घंटे ड्राइव)
दिन 06: बद्रीनाथ-जोशीमठ-रुद्रप्रयाग (160 किलोमीटर / 07 घंटे ड्राइव)
दिन 07: रुद्रप्रयाग-ऋषिकेश-हरिद्वार (165 किलोमीटर / 06 घंटे ड्राइव)
दिन 08: हरिद्वार- नई दिल्ली ड्रॉप (250 किलोमीटर / 06 घंटे ड्राइव )
क्या है 7 रात 8 दिन केदार-बद्री की विस्तार यात्रा अगर आप नई दिल्ली से कर रहे हो तो-
निम्नलिखित यात्रा बिबरण ट्रेक एन टेल्स Trek N Tales के केदारनाथ-बद्रीनाथ दो धाम यात्रा (सात राते और आठ दिनों )के पैकेज का है , आप चाहे तो इसे गाइड लाइन की तरह फॉलो कर सकते हैं
दिन 1 – पहले दिन आपको नई दिल्ली के अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे या रेलवे स्टेशन से पिक किया जाता है तथा आपको हरिद्वार लेकर होटल में ठहराया जाता है । इस दिन का और कोई विशेष कार्यक्रम नहीं होता । होटल पहुँचने के उपरांत आपके खाने तथा विश्राम की व्यवस्था होती है।
दिन 2 – हरिद्वार से गुप्तकाशी / सीतापुर (203 किलोमीटर / 6 घंटे, ड्राइव)
दूसरे दिन नाश्ते के बाद, गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान करें। यह रास्ता अत्यंत रमणीय है। आप अपने साथ साथ मन्दाकिनी नदी को भी बहते हुए देखेंगे जो की केदारनाथ से निकलती है। यहाँ होटल पहुंचने के उपरांत आप गुप्तकाशी (विश्वनाथ) मंदिर गुप्तकाशी के दर्शन कर सकते हैं।
इस दिन हम कोई कार्यक्रम नहीं रखेंगे क्यूंकि हमें दूसरे दिन के लिए स्वयं को तैयार करना है। यदि आप केदारनाथ के लिए अगले दिन पैदल यात्रा करना चाहते हैं, तो अपने दिमाग और शरीर को व्यवस्थित करें। रात्रि भोजन तथा विश्राम करें ।
दिन 3 – गुप्तकाशी / सीतापुर-केदारनाथ (30 किलोमीटर। ड्राइव) + 20 किलोमीटर। ट्रेक – एक तरफ) या अतिरिक्त लागू लागत पर हेलिकाप्टर का चयन करें
0600 बजे नाश्ते के बाद होटल से सोनप्रयाग की ओर ड्राइव करेंगे जहां से, आप केदारनाथ के लिए अपना 20 किमी का सफर शुरू करेंगे। यहाँ पर आपको उचित मूल्य पर घोडा तथा पालकी भी मिल जाते है । केदारनाथ मन्दाकिनी नदी के तट पर स्तिथ है ।
मंदाकिनी, गंगा की मुख्य सहायक नदियों में से एक है जो केदारनाथ से निकलती है और गौरीकुंड से होकर बहती हैं। रास्ते में आप को कई भक्त जन जय भोलेनाथ का उद्घोष करते मिलेंगे जिससे की आपको ये कठिन चढ़ाई करने की प्रेरणा मिलेगी। कभी कभी धुंध पहाड़ो को पूरी तरह से ढक लेती है परन्तु जब ये धुंध धीरे धीरे ऊपर उठती है तो आपके सामने एक अद्भुत दृश्य होता है ।
ऐसा लगता है जैसे की सामने कोई सफ़ेद चादर ओढ़ कर खड़ा है । ये दृश्य अवर्णनीय होता है। ट्रैकिंग समाप्त करने के उपरांत आपके रुकने की व्यवस्था वहां पर स्तिथ कैंप / लॉज में की जाती है। रात का खाना खाये और विश्राम करें।
नोट – यदि आप ट्रैकिंग से बचना चाहते है तो हेलीकाप्टर द्वारा भी केदारनाथ की यात्रा कर सकते है।आप अपने ट्रेवल एजेंट या किसी भी आवर ऑपरेटर से इसकी जानकारी ले सकते है
- 0600 बजे। (शटल हेलीकॉप्टर द्वारा ) आज सुबह आपको हेलीकॉप्टर से केदारनाथ मंदिर जाने के लिए उतारा जाएगा। केदारनाथ के लिए शटल हेलीकॉप्टर में उड़ान भरें और उसके बाद वीआईपी दर्शन करें। केदारनाथ जाने के बाद, सरकारी आवास में रहने का विकल्प है या आप उसी दिन वापस भी आ सकते हैं।
- आपका शटल टिकट वापसी की उड़ान लागत के साथ आता है। यदि आप उसी दिन वापसी के साथ केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर का शटल टिकट चुनते हैं, तो आप एक दिन बचाते हैं। इससे आपकी यात्रा ०६ रातें और ०७ दिन की धाम यात्रा होगी।
नोट: केदारनाथ मंदिर के लिए शटल हेलिकाप्टर और केदारनाथ में रात्रि प्रवास के लिए, आकर्षक मूल्य के लिए हमारी टीम से संपर्क करें
दिन 4: केदारनाथ-गुप्तकाशी / सीतापुर (20 किलोमीटर। ट्रेक – एक तरफ + 30 किलोमीटर)।
मंदिर में सुबह दर्शन के बाद केदारनाथ से सुबह जल्दी वापस ट्रेक कर होटल पहुँचने पर आराम की व्यवस्था कर दी जाएगी। होटल में रात्रि भोजन करें तथा विश्राम करें ।
दिन 5: गुप्तकाशी / सीतापुर-बद्रीनाथ (188 किलोमीटर / 7 घंटे)
0800 बजे नाश्ते के उपरांत उखीमठ, चोपता होते हुए हम लगभग ४ बजे तक बद्रीनाथ पहुँचेंगे । होटल में विश्राम आदि के उपरांत अगर समय मिला तो बद्री विशाल के दर्शन और आरती के लिए आगे बढ़ें। तदुपरांत भोजन करें तथा विश्राम करें ।
दिन 6: बद्रीनाथ-रुद्रप्रयाग / श्रीनगर (195 किलोमीटर/ 7 घंटे ड्राइव)
प्रातःकाल, तप्त कुंड में स्नान करने के बाद तीर्थयात्रियों को बद्रीविशाल के दर्शन होते हैं। चारों धामों में प्रमुख उत्तराखंड के बदरीनाथ के पास स्थित ब्रह्माकपाल के बारे में मान्यता है कि यहां पर पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को नरकलोक से मुक्ति मिल जाती है।
बद्रीनाथ: 3133 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। समुद्र तल से ऊपर, बद्रीनाथ देश के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है।
बद्रीनाथ के मुख्य आकर्षण –
- माना गाँव – यह तिब्बत से पहले अंतिम भारतीय गाँव है, जो इंडो मैंगोलियन जनजाति द्वारा बसा हुआ है।
- व्यास गुफ़ा – माना गाँव में एक चट्टानी गुफा है, यह एक धारणा है की महर्षि वेद व्यास ने महाभारत महाकाव्य की रचना यहीं की थी।
- चरण पादुका – यह एक सुन्दर घास का मैदान है जहाँ आप एक ऊँची शिला पर भगवान विष्णु के पैरों के निशान देख सकते हैं – यहाँ एक प्राकृतिक गर्म पानी का झरना है जहाँ भक्त पूजा, दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश करने से पहले स्नान करते हैं।
- नारद कुंड– यह ताप्ती कुंड के बगल में स्तिथ है, माना जाता है कि इस कुंड से बद्रीनाथ जी की मूर्ति बरामद हुई थी।
- विशुप्रयाग – यह पहला प्रयाग है, यहाँ आप धौलीगंगा और अलकनंदा नदी का संगम देखेंगे।
दिन 7: रुद्रप्रयाग / श्री नगर-देवप्रयाग-ऋषिकेश-हरिद्वार (165 किलोमीटर/ 6 घंटे ड्राइव)
0800 बजे नाश्ते के उपरांत हम देव प्रयाग होते हुए ऋषिकेश-हरिद्वार पहुँचेंगे।
तदोपरांत होटल में विश्राम और रात्रि भोजन करें ।
हरिद्वार के रास्ते पर आकर्षण
- देवप्रयाग – पंचप्रयाग में से एक जहाँ अलकनंदा और भागीरथी नदियाँ मिलती हैं और गंगा नाम लेती हैं।
- रुद्रप्रयाग – अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों के पंचप्रयाग संगम में से एक।
- रघुनाथ जी मंदिर जाएँ – ऐसा माना जाता है कि भगवान राम और उनके पिता राजा दशरथ ने यहाँ तपस्या की थी। माना जाता है कि यहां का मंदिर दस हजार साल से भी पहले का बनाया गया है, जिसमें भगवान कृष्ण और भगवान राम के अस्तित्व के इतिहास का पता चलता है।
महत्वपूर्ण नोट: कृपया समय और अनुसूची के संदर्भ में हमें हर स्तिथि के लिए तैयार रहना चाहिए । यहाँ एक बात ध्यान देने योग्य है की यह धाम पहाड़ियों पर स्तिथ है जहाँ कभी भी मौसम विपरीत हो सकता है तो हमें अपने आपको हर परिस्तिथि के लिए अनुकूल रखना होगा ।
दिन 8: हरिद्वार-नई दिल्ली-हरिद्वार (250 किलोमीटर। 6 बजे घंटे ड्राइव)
नाश्ते के बाद, अपने अंतिम गंतव्य के लिए नई दिल्ली प्रस्थान करें।
प्रमुख शहरों से केदारनाथ और बद्रीनाथ की दूरी कितनी हैं ?
केदारनाथ की दूरी
- दिल्ली से केदारनाथ : 458 किमी
- ऋषीकेश से केदारनाथ : 223 किलोमीटर
- चंडीगढ़ से केदारनाथ: 387 किमी
- नागपुर से केदारनाथ: 1421 किमी
- बैंगलोर से केदारनाथ: 2484 किमी
बद्रीनाथ की दुरी
- दिल्ली से बद्रीनाथ: 535 किमी
- हरिद्वार से बद्रीनाथ: 324 किमी
- ऋषिकेश से बद्रीनाथ: 295 किमी
- देहरादून से बद्रीनाथ: 320 किमी
- उत्तरकाशी से बद्रीनाथ: 331 किमी
ट्रेक एन टेल्स (Trek N Tales) उचित मूल्य पर दो धाम केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा पैकेज उपलब्ध करवाता है ।
नई दिल्ली से पिकअप और दो धाम की यात्रा आप 7 रातें और 8 दिनों में तय कर सकते हैं ।(Do Dham Yatra from New Delhi to New Delhi)
हरिद्वार से पिकअप और दो धाम की यात्रा आप 5 रातें और 6 दिनों में तय कर सकते हैं । (Do Dham Yatra from Haridwar to Haridwar)
क्या मिलेगा आपको ट्रेक एन टेल्स के दो धाम यात्रा पैकेज के साथ –
- सभी आवास डबल / ट्रिपल साझाकरण के आधार पर उपलब्ध होंगे।
- आपको समूह के अनुसार गाड़ी की सुविधा प्राप्त होती है जो की आपके साथ पूरी यात्रा के दौरान साथ होती है
- आपके पैकेज में नाश्ता और रात का खाना उपलब्ध होता है । (केदारनाथ को छोड़कर जहां भोजन वास्तविक रूप से सीधे भुगतान पर होगा)
- यात्रा कार्यक्रम के अनुसार सभी स्थानान्तरण, भ्रमण और दर्शनीय स्थल इन्क्लूडेड होंगे।
- हरिद्वार से लेकर पूरी चार धाम यात्रा के दौरान हमारे प्रतिनिधि आपसे संपर्क में रहेंगे।
- ५ वर्ष से कम आयु वाले बच्चों का कमरा किराया नहीं लगेगा।
- पार्किंग और सभी परिवहन संबंधी खर्च जिसमें चालक सेवाएं, सभी टोल टैक्स, पार्किंग शुल्क, ईंधन और ड्राइवर के भत्ते शामिल हैं।
- हमारे पैकेज में सभी कर तथा टैक्स इन्क्लूडेड है ।
- आपके लिए 24 घंटे की हेल्पलाइन सुविधा उपलब्ध है (+91 9717945107)
- आगमन से लेकर प्रस्थान तक आपकी समुचित सहायता की जाएगी ।
- जीएसटी और सभी सरकारी कर
क्या आपके दो धाम पैकेज में नहीं है ?
- व्यक्तिगत खर्च जैसे कपड़े धोने, टेलीफोन कॉल, टिप्स और ग्रेच्युटी, मिनरल वाटर, सॉफ्ट और हार्ड ड्रिंक, पोर्टरेज।
- अतिरिक्त यात्रा या वाहन का अतिरिक्त उपयोग करने पे अलग से भुगतान होगा।
- किसी भी धाम में प्रवेश शुल्क और गाइड शुल्क
- प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूस्खलन, सड़क अवरोध, राजनीतिक गड़बड़ी (हड़ताल), आदि के कारण उत्पन्न होने वाली कोई भी लागत (ग्राहक द्वारा वहन किया जाना, जो मौके पर सीधे देय हो)
- प्रस्थान के समय एयरलाइंस करों या ईंधन की कीमत में कोई वृद्धि, सतह परिवहन और भूमि व्यवस्था पर लागत में वृद्धि के लिए अग्रणी, जो प्रस्थान से पहले प्रभावी हो सकती है
- स्टिल कैमरा / वीडियो कैमरा चार्जर।
कैसे बुकिंग करें दो धाम पैकेज ?
- बुकिंग के समय पैकेज लागत का 25% जमा।
- पैकेज की लागत का 50% भुगतान की आवश्यकता है, प्रस्थान की तारीख से 30 दिन पहले
- पैकेज की लागत का 100% भुगतान की आवश्यकता है, प्रस्थान की तारीख से 15 दिन पहले।
क्या है कैंसलेशन और रीटर्न पालिसी ?-
- पूर्ण दौरे की लागत का 10% – आगमन से 45 दिन पहले।
- पूर्ण दौरे की लागत का 25% – आगमन से 30 दिन पहले।
- पूर्ण दौरे की लागत का 50% – दौरे से पहले 15 और 29 दिनों के बीच।
- पूरे दौरे की लागत का 75% – दौरे से पहले 14 और 7 दिनों के बीच।
- 100% – दौरे से पहले 7 दिनों के भीतर।
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